अविनाश, श्री कृष्णा, आशुतोष प्रथम

नवभारत टाइम्स
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लखनऊ में उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान ने राज्य स्तरीय संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता के परिणाम घोषित किए। विभिन्न प्रतियोगिताओं में अविनाश मिश्रा, श्री कृष्णा और आशुतोष द्विवेदी ने प्रथम पुरस्कार जीते। पुरस्कार वितरण कल होगा। संस्थान ने मेधावी छात्रों के प्रयासों की सराहना की। यह आयोजन संस्कृत भाषा के प्रचार-प्रसार में महत्वपूर्ण है।

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लखनऊ: उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान ने न्यू हैदराबाद स्थित अपने परिसर में दो दिवसीय राज्य स्तरीय संस्कृत प्रतिभा खोज प्रतियोगिता का आयोजन किया। सोमवार को प्रतियोगिता के नतीजे घोषित किए गए, जबकि पुरस्कार वितरण मंगलवार को होगा। इस प्रतियोगिता में छात्रों ने श्लोकान्त्याक्षरी, लघुसिद्धान्त कौमुदी, अमरकोश, तर्क संग्रह और अष्टाध्यायी जैसी विभिन्न संस्कृत विधाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।

श्लोकान्त्याक्षरी प्रतियोगिता में अविनाश मिश्रा ने पहला स्थान हासिल किया। रूपेश दूबे दूसरे और सविता तीसरे स्थान पर रहीं। सोमदेव, जितेंद्र कुमार मिश्र और श्रुति शर्मा को सांत्वना पुरस्कार से नवाजा गया।
लघुसिद्धान्त कौमुदी कंठस्थ पाठ प्रतियोगिता में श्री कृष्णा प्रथम, प्रांशु दुबे द्वितीय और गोपाल मिश्रा तृतीय रहे। अभिषेक द्विवेदी, नमन शर्मा और सौम्या पाण्डेय को सांत्वना पुरस्कार मिला।

अमरकोश कंठस्थ पाठ प्रतियोगिता में आशुतोष द्विवेदी अव्वल रहे। अंकित चौबे दूसरे और रितिक तीसरे स्थान पर आए। शिवानी, आदित्य पाण्डेय और देविका तिवारी को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया।

तर्क संग्रह कंठस्थ पाठ प्रतियोगिता में नवरत्न डूडी ने प्रथम पुरस्कार जीता। प्रभात दुबे दूसरे और विकास गर्ग तीसरे स्थान पर रहे।

अष्टाध्यायी कंठस्थ पाठ प्रतियोगिता में मिनाक्षी कुमारी प्रथम, सानिया आर्या द्वितीय और सौम्या सिसौदिया तृतीय रहीं।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डॉ. सच्चिदानन्द पाठक ने मेधावी बच्चों की खूब प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन छात्रों को संस्कृत भाषा और साहित्य से जुड़ने के लिए प्रेरित करते हैं। यह प्रतियोगिता संस्कृत के प्रति युवाओं में रुचि जगाने का एक महत्वपूर्ण कदम है।