Weddings And Auspicious Events To Halt From December 11 Impact Of Venuss Combustion And Kharmas Know When New Auspicious Dates Will Be Available
थमेंगी शादियां और शुभ कार्य
नवभारत टाइम्स•
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शादियों और शुभ कार्यों के लिए अब केवल 9 और 10 दिसंबर का समय बचा है। इसके बाद 1 फरवरी 2026 तक शुक्र तारा अस्त रहेगा। 16 दिसंबर से खर मास भी शुरू हो जाएगा। इन कारणों से दिसंबर और जनवरी 2026 तक विवाह और अन्य मांगलिक कार्य नहीं हो सकेंगे।
नई दिल्ली: शादियों और शुभ कार्यों के लिए अब बस कुछ ही दिन बचे हैं। 9 और 10 दिसंबर के बाद, शुक्र तारा अस्त होने और खरमास शुरू होने के कारण दिसंबर और जनवरी 2026 तक कोई भी मांगलिक कार्य या विवाह नहीं हो पाएंगे। नवंबर और दिसंबर में शादियों की बुकिंग अच्छी रही है, लेकिन 11 दिसंबर से शुक्र तारा अस्त हो जाएगा, जो 1 फरवरी 2026 तक रहेगा। इसके बाद शुभ कार्यों पर रोक लग जाएगी।
ज्योतिषाचार्य आशीष शास्त्री के अनुसार, शुक्र ग्रह 11 दिसंबर को शाम 6:35 बजे अस्त होना शुरू करेगा और 1 फरवरी 2026 को शाम 6:27 बजे तक अस्त अवस्था में ही रहेगा। मान्यताओं के अनुसार, जब शुक्र अस्त होते हैं तो विवाह जैसे मांगलिक कार्यों को रोक दिया जाता है। इसलिए, 11 दिसंबर से लेकर जनवरी 2026 तक विवाह संभव नहीं होंगे। पांच फरवरी से विवाह के लिए शुभ मुहूर्त फिर से शुरू होंगे। इसके बाद मार्च में भी कई बड़े मुहूर्त रहेंगे, जैसे कि 2, 3, 4, 7, 8, 9, 11 और 12 तारीखें।वहीं, ज्योतिषाचार्य यश पाठक ने बताया कि 16 दिसंबर की सुबह 1:24 बजे सूर्य धनु राशि में प्रवेश करेंगे। सूर्य के धनु राशि में आते ही खरमास शुरू हो जाएगा। खरमास का मतलब है कि इस दौरान शुभ कार्यों को टाल दिया जाता है। द्वारका सेक्टर-7 के बैंक्विट हॉल संचालक प्रदीप यादव ने बताया कि 6 दिसंबर को अंतिम बड़ा मुहूर्त था। अब 10 और 11 दिसंबर को कुछ रिसेप्शन पार्टियों की बुकिंग ही बची है।
पंडितों का कहना है कि शुक्र तारा का अस्त होना और खरमास का शुरू होना दोनों ही मांगलिक कार्यों के लिए अशुभ माने जाते हैं। शुक्र को प्रेम, सौंदर्य और विवाह का कारक ग्रह माना जाता है। जब यह अस्त होता है, तो इसका सीधा असर विवाह जैसे शुभ कार्यों पर पड़ता है। इसी तरह, खरमास को भी शुभ कार्यों के लिए अच्छा नहीं माना जाता। इस अवधि में लोग नए काम शुरू करने या बड़े आयोजन करने से बचते हैं।
इसलिए, जिन लोगों की शादी या कोई अन्य शुभ कार्य दिसंबर या जनवरी में तय था, उन्हें अब अपनी योजनाओं में बदलाव करना होगा। उन्हें फरवरी 2026 तक इंतजार करना होगा जब शुक्र तारा फिर से उदित होगा और खरमास समाप्त हो जाएगा। यह जानकारी उन सभी लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो आने वाले समय में किसी भी शुभ कार्य की योजना बना रहे हैं।
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