सोनभद्र में पत्थर की खदान में भूस्खलन: एक श्रमिक की मौत, आठ रहस्यात्मक रूप से trapped

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सोनभद्र के बिलि मार्कुंडी गांव में कृष्णा माइंस खदान का हिस्सा ढह गया। एक मजदूर की मौत हो गई है। आठ मजदूर मलबे में फंसे हुए हैं। बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें जुटी हैं। खदान मालिक फरार हो गए हैं। जांच की जाएगी।

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सोनभद्र में बड़ा हादसा, खदान धंसी, एक की मौत, 8 मजदूर फंसे

सोनभद्र जिले के बिलि मार्कुंडी गांव में शनिवार दोपहर कृष्णा माइंस नाम की एक स्टोन क्रशर खदान का एक हिस्सा अचानक ढह गया। इस हादसे में एक मजदूर की मौत हो गई है, जबकि कम से कम आठ मजदूरों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। डीएम और एसपी समेत वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं।
सोनभद्र के एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि एक मजदूर का शव मलबे में फंसा हुआ है और उसे निकालने की कोशिशें चल रही हैं। डीएम बीएन सिंह ने बताया कि कृष्णा माइंस खदान के अंदर की एक दीवार अचानक ढह गई, जिससे मजदूर फंस गए। उन्होंने कहा, "आठ मजदूरों के मलबे में फंसे होने की आशंका है। बचाव कार्य जारी है और मलबा हटने के बाद ही पूरी स्थिति साफ हो पाएगी।"

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, घटना के समय करीब 15 मजदूर खदान में काम कर रहे थे। वे नौ कंप्रेसर मशीनों से चट्टानों में छेद कर रहे थे, तभी चट्टान का एक बड़ा हिस्सा टूटकर गिर गया और कई मजदूरों को अपने नीचे दबा लिया। खदान की गहराई 500 मीटर से ज्यादा होने और अंधेरा होने की वजह से बचाव कार्य में दिक्कत आ रही है। जिला प्रशासन ने पोकलेन मशीनें और जनरेटर मंगवाए हैं ताकि रात में भी बचाव कार्य जारी रखा जा सके।

उत्तर प्रदेश के मंत्री संजीव गोंड भी मौके पर पहुंचे और बचाव कार्यों का जायजा लिया। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच कराई जाएगी और जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। वाराणसी जोन के एडिशनल डीजी पीयूष मोर्डिया, जो मौके पर पहुंचे, उन्होंने बताया कि घटना के बाद खदान के मालिक फरार हो गए हैं। फंसे हुए ज्यादातर मजदूर पनारी गांव के रहने वाले हैं।