कांग्रेस के संचार प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने X पर एक पोस्ट में कहा, "मोदी-शाह की जोड़ी INC के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ उत्पीड़न, धमकी और बदले की भावना से भरी अपनी शरारती राजनीति जारी रखे हुए है। जो लोग धमकी देते हैं, वे खुद असुरक्षित और डरे हुए हैं।" उन्होंने आगे कहा, "नेशनल हेराल्ड का मामला पूरी तरह से झूठा मामला है। अंततः न्याय की जीत होगी। सत्यमेव जयते।"यह बयान दिल्ली पुलिस द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ED) की शिकायत पर कांग्रेस नेताओं और अन्य आरोपियों के खिलाफ नेशनल हेराल्ड मामले में FIR दर्ज करने के बाद आया है। ED इस हाई-प्रोफाइल मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच कर रही है, जिसमें आरोप है कि पार्टी के "पहले परिवार" ने व्यक्तिगत लाभ के लिए अपनी स्थिति का "दुरुपयोग" किया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, दिल्ली पुलिस के आर्थिक अपराध शाखा (EOW) ने 3 अक्टूबर को गांधी परिवार और सात अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज की थी। पुलिस ने FIR में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 120B (आपराधिक साजिश), 403 (बेईमानी से संपत्ति का दुरुपयोग), 406 (विश्वासघात के लिए सजा) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत आरोप लगाए हैं। इस FIR में गांधी परिवार, कांग्रेस नेताओं सुमन दुबे और सैम पित्रोदा, यंग इंडियन (YI) और डॉटक्स मर्चेंडाइज लिमिटेड जैसी संस्थाएं, डॉटक्स प्रमोटर सुनील भंडारी, एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) और अज्ञात अन्य लोगों के नाम शामिल हैं।
ये संस्थाएं (अज्ञात अन्य को छोड़कर) ED द्वारा अप्रैल में दिल्ली की एक अदालत में दायर आरोप पत्र में भी आरोपी के रूप में नामित हैं। अदालत को अभी इस पर संज्ञान लेना है, जिसकी अगली सुनवाई की तारीख 16 दिसंबर तय की गई है। कांग्रेस पार्टी ने पहले भी इस जांच को "तुच्छ बदले की कार्रवाई" बताया है और ED को भाजपा का "गठबंधन सहयोगी" करार दिया है।
शनिवार को, एक दिल्ली अदालत ने नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा दायर आरोप पत्र पर संज्ञान लेने के अपने आदेश को टाल दिया था। विशेष न्यायाधीश विशाल गोगने ने आदेश सुनाने की तारीख को 16 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया।
कांग्रेस का कहना है कि यह मामला पूरी तरह से झूठा है और वे इस लड़ाई को अंत तक लड़ेंगे। पार्टी का मानना है कि सरकार विपक्षी नेताओं को परेशान करने के लिए सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। यह मामला कांग्रेस के लिए एक बड़ी राजनीतिक चुनौती पेश कर रहा है, लेकिन पार्टी अपने नेताओं के साथ खड़ी है और न्याय की जीत का भरोसा जता रही है।
नेशनल हेराल्ड मामले में FIR दर्ज होने से राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। कांग्रेस इस कार्रवाई को अपने नेताओं के खिलाफ एक सोची-समझी साजिश बता रही है, जबकि सरकार और ED इसे कानून के अनुसार की गई कार्रवाई बता रहे हैं। यह मामला अब अदालत में है और सभी की निगाहें 16 दिसंबर को होने वाली अगली सुनवाई पर टिकी हैं।
