आगामी चुनाव पर नज़र, कांग्रेस की दिल्ली में 'वोट चोर गद्दी छोड़' रैली

Contributed byशादाब रिज़वी|नवभारत टाइम्स
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कांग्रेस 14 दिसंबर को दिल्ली के रामलीला मैदान में 'वोट चोर गद्दी छोड़' महारैली आयोजित कर रही है। यह रैली आगामी पंचायत और 2027 के विधानसभा चुनावों को देखते हुए महत्वपूर्ण है। पार्टी वेस्ट यूपी पर विशेष ध्यान दे रही है।

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दिल्ली के रामलीला मैदान में 14 दिसंबर को कांग्रेस 'वोट चोर गद्दी छोड़' नाम से एक बड़ी महारैली करने जा रही है। इस रैली का मकसद पंचायत चुनाव से ठीक पहले और 2027 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी की ताकत दिखाना है। कांग्रेस खास तौर पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान बाहुल्य इलाकों पर ध्यान केंद्रित कर रही है। पार्टी के नेता पश्चिमी यूपी के हर जिले में जाकर लोगों से 'चलो दिल्ली' का नारा लगाते हुए रैली में शामिल होने का आह्वान कर रहे हैं।

कांग्रेस के एक प्रदेश पदाधिकारी ने बताया कि बिहार में मिली हार के बाद, पार्टी अब आने वाले राज्यों के चुनावों में अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है। इसके लिए, कांग्रेस जनता के बीच जाकर अपनी ताकत दिखाना चाहती है। यह कदम इंडिया गठबंधन में अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए उठाया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस का समाजवादी पार्टी (SP) के साथ तालमेल है। हालांकि, बिहार चुनाव के नतीजों के बाद, SP की तरफ से 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस को कम सीटें देने का दबाव बढ़ने की बात कही जा रही है। SP खेमे से कांग्रेस को कम सीटें देने को लेकर बयानबाजी भी शुरू हो गई है।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक बड़े कांग्रेस नेता के अनुसार, पार्टी अगले साल होने वाले पंचायत चुनावों में जनता के बीच अपनी ताकत दिखाना चाहती है। इसका उद्देश्य 2027 के विधानसभा चुनावों में SP पर अधिक सीटें मांगने का दबाव बनाना है। इसीलिए, कांग्रेस इंडिया गठबंधन में रहते हुए भी उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव अपने दम पर लड़ने की तैयारी कर रही है। इसका मतलब है कि गठबंधन सिर्फ विधानसभा और लोकसभा चुनावों के लिए ही रहेगा, पंचायत चुनावों के लिए नहीं।

कांग्रेस के थिंक टैंक का मानना है कि अगर पंचायत चुनावों में पार्टी का प्रदर्शन अच्छा रहता है, तो 2027 में SP के साथ सीट बंटवारे को लेकर बातचीत में कांग्रेस की स्थिति मजबूत होगी। इसी रणनीति के तहत, बिहार चुनाव में मिली हार के बाद कांग्रेस दिल्ली के रामलीला मैदान में 14 दिसंबर को 'वोट चोर गद्दी छोड़' महारैली के जरिए अपनी ताकत का प्रदर्शन करने जा रही है। इस रैली से पार्टी यह संदेश देना चाहती है कि वह अभी भी चुनावी मैदान में मजबूत है और जनता का समर्थन हासिल करने की क्षमता रखती है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसानों और आम जनता को इस रैली में शामिल होने के लिए विशेष रूप से प्रोत्साहित किया जा रहा है, क्योंकि यह क्षेत्र कांग्रेस के लिए पारंपरिक रूप से महत्वपूर्ण रहा है। पार्टी को उम्मीद है कि इस महारैली से न केवल उत्तर प्रदेश में बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी एक सकारात्मक संदेश जाएगा और इंडिया गठबंधन में उसकी स्थिति मजबूत होगी।

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