MF का बढ़ रहा आकर्षण

नवभारत टाइम्स
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म्यूचुअल फंड्स में निवेश का आकर्षण बढ़ रहा है। पिछले पांच सालों में म्यूचुअल फंड्स का असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) साढ़े तीन गुना बढ़कर 80 लाख करोड़ रुपये हो गया। इस वित्त वर्ष में भी MF का AUM लगभग 22% बढ़ा है। शेयर बाजार में तेजी और बेहतर रिटर्न ने लोगों को आकर्षित किया है।

growing attraction of mutual funds better returns and tax benefits than bank deposits
बैंक डिपॉजिट की तुलना में म्यूचुअल फंड्स (MF) में निवेश तेजी से बढ़ रहा है। बैंक ऑफ बड़ौदा की एक रिपोर्ट बताती है कि पिछले पांच सालों में जहां बैंक डिपॉजिट 136 लाख करोड़ से बढ़कर 226 लाख करोड़ रुपये हुए, वहीं म्यूचुअल फंड्स का कुल असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) साढ़े तीन गुना बढ़कर 22 लाख करोड़ से 80 लाख करोड़ रुपये हो गया। इस वित्त वर्ष में अक्टूबर तक बैंक डिपॉजिट में जहां करीब 7% की ग्रोथ दिखी, वहीं MF का AUM लगभग 22% बढ़ा। रिपोर्ट के मुताबिक, शेयर बाजार में आई तेजी लोगों को MF की ओर खींच रही है और यह ट्रेंड आगे भी जारी रह सकता है। इसकी वजह MF में मिलने वाला बेहतर रिटर्न और कैपिटल मार्केट्स से होने वाली कमाई पर कम टैक्स है।

बैंक ऑफ बड़ौदा की रिसर्च रिपोर्ट ने यह खुलासा किया है। रिपोर्ट के अनुसार, पिछले पांच सालों में बैंक डिपॉजिट में 136 लाख करोड़ रुपये से 226 लाख करोड़ रुपये तक का इजाफा हुआ। वहीं, म्यूचुअल फंड्स का असेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) करीब साढ़े तीन गुना बढ़कर 22 लाख करोड़ रुपये से 80 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया। यह दिखाता है कि लोग बैंकों में पैसे रखने की बजाय म्यूचुअल फंड्स में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
इस वित्त वर्ष में भी यह अंतर साफ दिख रहा है। अक्टूबर तक बैंक डिपॉजिट की ग्रोथ जहां 7% के आसपास रही, वहीं म्यूचुअल फंड्स का AUM लगभग 22% बढ़ गया। यह आंकड़ा म्यूचुअल फंड्स की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता है।

रिपोर्ट में इस तेजी के पीछे के कारणों पर भी प्रकाश डाला गया है। इसमें कहा गया है, "शेयर बाजार में तेजी ने लोगों को आकर्षित किया है और निवेश में पिछले 5 वर्षों का ट्रेंड आगे भी बना रह सकता है।" जब शेयर बाजार ऊपर जाता है, तो लोगों को लगता है कि वे ज्यादा पैसा कमा सकते हैं, इसलिए वे म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते हैं।

इसके अलावा, रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि "क्योंकि डिपॉजिट्स के मुकाबले MF में बेहतर रिटर्न रहा है और बैंक डिपॉजिट की तुलना में कैपिटल मार्केट्स से कमाई पर टैक्स भी कम है।" इसका मतलब है कि म्यूचुअल फंड्स से मिलने वाला मुनाफा अक्सर बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट से ज्यादा होता है। साथ ही, शेयर बाजार या म्यूचुअल फंड्स से होने वाली कमाई पर टैक्स भी बैंक से मिलने वाले ब्याज पर लगने वाले टैक्स से कम होता है। ये दोनों ही कारण लोगों को म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

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