पुरानी सीवरेज लाइन ब्लॉक होने से जलभराव, लोग हो रहे परेशान

नवभारत टाइम्स
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कापसहेड़ा-डूंडाहेड़ा बॉर्डर पर सीवरेज लाइन जाम होने से सड़कों पर गंदा पानी भर रहा है। इससे स्थानीय निवासी और राहगीर परेशान हैं। एचएसआईआईडीसी ने रविवार को सीवर लाइन की सफाई कराई। लाइन में ईंटें और कचरा जमा मिला। अधिकारियों ने समस्या के स्थायी समाधान का आश्वासन दिया है। रात में मशीन लगाकर सफाई की गई।

gurugram old sewer line choked people distressed by waterlogging at kapashera dundahera border
गुड़गांव के कापसहेड़ा-डूंडाहेड़ा बॉर्डर पर सीवरेज लाइन की पुरानी समस्या ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। रविवार को एचएसआईआईडीसी ( HSIIDC ) ने सीवर लाइन की सफाई करवाई, जिसमें ईंटों और कचरे का ढेर मिला। यह कचरा फैक्ट्रियों और स्थानीय लोगों द्वारा कूड़ा डालने से जमा हुआ था, जिससे गंदा पानी सड़कों पर फैल रहा है और जाम लग रहा है। अडिशनल जनरल मैनेजर अरुण गर्ग ने समस्या को स्थायी रूप से हल करने का आश्वासन दिया है।

यह सीवरेज लाइन कापसहेड़ा-डूंडाहेड़ा बॉर्डर पर एक बड़ी मुसीबत बन गई है। अक्सर ब्लॉक होने वाली यह लाइन सड़कों पर गंदा पानी जमा कर देती है। इससे न केवल रोड से गुजरने वाले लोग परेशान होते हैं, बल्कि आसपास रहने वाले निवासी भी मुश्किल में पड़ जाते हैं। खासकर बॉर्डर और बस स्टैंड के पास पानी भरने से ट्रैफिक जाम की स्थिति पैदा हो जाती है।
रविवार को हरियाणा औद्योगिक संरचनात्मक विकास निगम (एचएसआईआईडीसी) ने इस सीवर लाइन की सफाई का काम शुरू किया। मौके पर जब सफाई हुई तो पता चला कि सीवर लाइन में ईंटों और दूसरे तरह के कचरे का भारी ढेर जमा था। इसी कचरे की वजह से पानी का बहाव रुक रहा था। यह समस्या और भी बढ़ गई थी क्योंकि आसपास की फैक्ट्रियों और स्थानीय लोगों ने भी इसमें कूड़ा डाला था।

एचएसआईआईडीसी के अडिशनल जनरल मैनेजर अरुण गर्ग ने कहा कि इस समस्या को जल्द ही पूरी तरह से ठीक कर दिया जाएगा। अधिकारी यह भी ध्यान रख रहे हैं कि भविष्य में गंदा पानी जमा न हो और इलाके में नियमित रूप से सफाई होती रहे।

यह इलाका काफी व्यस्त और भीड़-भाड़ वाला है। इसलिए, एचएसआईआईडीसी के अधिकारियों ने बताया कि सीवर लाइन की सफाई रात में की गई। दिन के समय मशीनें चलाने में दिक्कत होती है, इसलिए रात में सुपर शकर मशीन का इस्तेमाल करके सफाई करवाई गई। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे काम रात में ही करने पड़ते हैं ताकि दिन के समय आने-जाने वाले लोगों और गाड़ियों को कोई परेशानी न हो।

सूर्य विहार सोसायटी के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष राजेश घेरा ने बताया कि सीवरेज का पानी लगातार जमा होने के कारण यहां रहना मुश्किल हो गया है। आसपास के लोग और यात्रियों को हर दिन गंदगी और बदबू का सामना करना पड़ता है। उनका कहना है कि इस इलाके के लिए जल्द ही कोई पक्का और स्थायी समाधान निकालने की जरूरत है।

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