‘माघ मेला की तैयारियों में लापरवाही बर्दाश्त नहीं’

नवभारत टाइम्स
Subscribe

मुख्य सचिव एसपी गोयल ने माघ मेला की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि माघ मेला से जुड़े सभी कार्य अनिवार्य रूप से पूरे किए जाएं। आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाए। स्वच्छता व्यवस्था को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। मेले का व्यापक विस्तार किया जा रहा है।

magh mela preparations negligence will not be tolerated chief secretary gives strict instructions
मुख्य सचिव एसपी गोयल ने माघ मेले की तैयारियों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी काम समय से पहले पूरे हों। उन्होंने कहा कि आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो, इसका खास ध्यान रखा जाए और स्वच्छता को सबसे ऊपर रखा जाए। मेले में 12 से 15 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद है, जिसके लिए मेले का दायरा बढ़ाया जा रहा है।

मुख्य सचिव एसपी गोयल ने सोमवार को माघ मेले की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को सख्त हिदायत दी कि मेले से जुड़े सभी काम शुरू होने से पहले अनिवार्य रूप से पूरे कर लिए जाएं। उन्होंने कहा कि बड़े अधिकारी खुद मौके पर जाकर लगातार निगरानी रखें। अगर कहीं भी काम धीमा चल रहा है, तो उसे तुरंत तेज किया जाए। सभी निर्माण कार्य और व्यवस्थाएं अच्छी क्वालिटी की हों और तय समय-सीमा के अंदर पूरी हों।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आने वाले साधु-संतों, तीर्थयात्रियों और भक्तों को किसी भी तरह की असुविधा नहीं होनी चाहिए। स्वच्छता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जानी चाहिए। भक्तों के आने-जाने में आसानी के लिए सभी मुख्य रास्तों और जगहों पर पर्याप्त संख्या में साइनेज (दिशा-निर्देश पट्टिकाएं) लगाए जाएं। सभी कैंपों में बिजली और पानी के कनेक्शन का काम पूरा कर लिया जाए। साथ ही, आग से सुरक्षा के भी पूरे इंतजाम हों।

बैठक में अधिकारियों ने बताया कि माघ मेला 3 जनवरी से 15 फरवरी तक चलेगा। इस दौरान करीब 12 से 15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इतनी बड़ी संख्या में आने वाले लोगों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए मेले का विस्तार किया जा रहा है। स्नान घाट की लंबाई 40% तक बढ़ाई गई है। मेला क्षेत्र को 750 हेक्टेयर से बढ़ाकर 800 हेक्टेयर कर दिया गया है। पार्किंग की जगह 30 से बढ़ाकर 42 कर दी गई है। वहीं, संस्थाओं की संख्या 4600 से बढ़ाकर 4900 की जा रही है।

जल वितरण प्रणाली, नलकूप और ड्रेनेज लाइन (पानी की निकासी की व्यवस्था), पॉन्टून पुल (तैरने वाले पुल), पुलिया, चकर्ड प्लेट मार्ग (कंक्रीट की टाइलों वाले रास्ते) और सेक्टरों में गाटा चकर्ड प्लेट का काम 15 दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। यह सब इसलिए किया जा रहा है ताकि लाखों श्रद्धालु बिना किसी परेशानी के मेले का आनंद ले सकें और धार्मिक अनुष्ठान कर सकें।

अगला लेख

Storiesकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर