नाइटक्लब गिराने पर रोक में सरकार की भूमिका नहीं: मंत्री

नवभारत टाइम्स
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गोवा के पंचायत मंत्री माविन गोडिन्हो ने स्पष्ट किया कि नाइटक्लब गिराने पर रोक में सरकार का कोई सीधा हस्तक्षेप नहीं था। यह निर्णय एक अर्ध-न्यायिक प्राधिकरण ने लिया था। मंत्री ने स्वीकार किया कि स्थिति चिंताजनक है। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायतें स्वशासी हैं। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए नई एसओपी बनाई जाएगी।

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पणजी: गोवा के पंचायत मंत्री माविन गोडिन्हो ने साफ किया है कि जिस नाइटक्लब ' Birch by Romeo Lane ' को गिराने का आदेश रोका गया था, उसमें सरकार का कोई सीधा हाथ नहीं था। उन्होंने बताया कि यह रोक एक अर्ध-न्यायिक प्राधिकरण ( quasi-judicial authority ) ने लगाई थी, और सरकार ऐसे मामलों में दखल नहीं दे सकती। मंत्री ने स्वीकार किया कि मौजूदा हालात ठीक नहीं दिख रहे हैं, लेकिन उन्होंने जोर देकर कहा कि सरकार ने किसी को भी स्टे (रोक) देने का निर्देश नहीं दिया था। उनके अनुसार, ग्राम पंचायतें अपने आप में स्वतंत्र संस्थाएं हैं और सरकार का उन पर ज्यादा नियंत्रण नहीं होता। इस पूरे मामले में पंचायत विभाग की पूर्व निदेशक सिद्धी हरलंकर को सस्पेंड कर दिया गया है। मंत्री ने यह भी बताया कि यह मामला कई विभागों से जुड़ा है और मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत खुद इस पर नजर रख रहे हैं। भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए सरकार जल्द ही नई एसओपी (SOP) यानी मानक संचालन प्रक्रिया बनाएगी।

इससे पहले, अरपोरा-नागोआ पंचायत ने इस नाइटक्लब को गिराने का नोटिस जारी किया था। नाइटक्लब पर आरोप था कि इसे पारंपरिक नमक के दलदल वाली जमीन पर बिना जरूरी इजाजत के बनाया गया था। यह भी कहा गया कि यह पानी से भरी जमीन पर बना था, जिससे ढांचा अस्थिर हो गया था और किसी बड़े हादसे का खतरा था। स्थानीय लोगों ने दिसंबर 2023 में इस बारे में मामलतदार से शिकायत की थी। इसके बाद पंचायत ने क्लब को तोड़ने का आदेश दिया था। लेकिन क्लब के मालिकों ने अदालत से स्टे (रोक) हासिल कर लिया और क्लब चलता रहा।
मंत्री माविन गोडिन्हो ने कहा कि "यह रोक एक क्वासी-जुडिशल अथॉरिटी यानी अर्ध-न्यायिक प्राधिकरण ने लगाई थी, और सरकार ऐसे मामलों में दखल नहीं दे सकती।" उन्होंने यह भी माना कि "मौजूदा हालात खराब दिख रहे हैं, लेकिन साथ ही कहा कि सरकार ने किसी को स्टे देने का निर्देश नहीं दिया।" मंत्री के मुताबिक, "ग्राम पंचायतें स्वशासी संस्थाएं हैं और सरकार का उन पर ज्यादा नियंत्रण नहीं होता।"

इस मामले में पंचायत विभाग की पूर्व निदेशक सिद्धी हरलंकर को सस्पेंड किया गया है। इस पर मंत्री ने कहा कि "पूरा मामला कई विभागों से जुड़ा है और इसे सीधे मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत देख रहे हैं।" मंत्री ने यह भी कहा कि "भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए सरकार जल्द ही नई SOP बनाएगी।"

यह नाइटक्लब ' Birch by Romeo Lane ' अरपोरा-नागोआ में स्थित था। इस पर मुख्य आरोप यह था कि इसे ऐसी जमीन पर बनाया गया था जो पारंपरिक रूप से नमक के दलदल के लिए इस्तेमाल होती थी। इसके निर्माण के लिए जरूरी अनुमति नहीं ली गई थी। साथ ही, यह क्लब पानी से भरी जमीन पर बना था, जिससे इसका ढांचा अस्थिर हो गया था। इस अस्थिरता के कारण किसी बड़े हादसे की आशंका जताई गई थी। स्थानीय लोगों ने दिसंबर 2023 में इस मामले की शिकायत की थी। शिकायत के बाद पंचायत ने क्लब को गिराने का आदेश दिया था। लेकिन क्लब के मालिकों ने अदालत से स्टे (रोक) हासिल कर लिया, जिसके बाद क्लब का संचालन जारी रहा।

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