3 साल से बैंकों को चुका रहे लोन, अब तक नहीं मिला प्लॉट पर कब्जा

नवभारत टाइम्स
Subscribe

ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-80 में प्लॉट खरीदारों को ढाई साल बाद भी कब्जा नहीं मिला है। लोगों ने बैंक से लोन लेकर महंगे दामों पर प्लॉट खरीदे थे। जमीन अधिग्रहण को लेकर किसानों का विरोध जारी है। एचएसवीपी (HSVP) कार्यालय में खरीदारों ने जल्द कब्जा दिलाने की मांग रखी। प्रशासन ने समस्या समाधान का आश्वासन दिया है।

paying loan for 3 years still no plot possession faridabad buyers distressed
फरीदाबाद: ग्रेटर फरीदाबाद के सेक्टर-80 में प्लॉट खरीदने वाले खरीदार सोमवार को एचएसवीपी (हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण) कार्यालय पहुंचे। उन्होंने एचएसवीपी प्रशासक से जल्द से जल्द अपने प्लॉटों पर कब्जा दिलाने की मांग की। इन खरीदारों ने करीब ढाई से तीन साल पहले बैंक से लोन लेकर महंगे दामों पर प्लॉट खरीदे थे, लेकिन अब तक उन्हें कब्जा नहीं मिला है। इससे वे दोहरी मार झेल रहे हैं।

सेक्टर-80 में जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। एचएसवीपी ने 2009 में गांव बड़ौली और प्रह्लादपुर के किसानों से जमीन का अधिग्रहण किया था। किसान मुआवजे से खुश नहीं थे और उन्होंने अभी तक जमीन का कब्जा नहीं छोड़ा है। हाल ही में एचएसवीपी की टीम जब कब्जा लेने पहुंची तो ग्रामीणों ने विरोध किया और प्रक्रिया रोक दी गई। ग्रामीण आरोप लगा रहे हैं कि बिना नोटिस दिए उनके मकान तोड़ने की कोशिश की जा रही है।
इस विवादित जमीन पर करीब 80 प्लॉट हैं। इनमें से 68 प्लॉट एचएसवीपी ने फरवरी 2023 में ई-ऑक्शन (ऑनलाइन नीलामी) के जरिए बेचे थे। खरीदारों, जिनमें मदन शर्मा, उमेश पाराशर, हेमंत मित्तल और भूपेंद्र चौधरी शामिल हैं, ने बताया कि उन्होंने काफी ऊंची बोली लगाकर ये प्लॉट खरीदे थे और लगभग पूरी पेमेंट भी जमा करा दी है। लेकिन ढाई से तीन साल बीत जाने के बाद भी उन्हें प्लॉटों पर कब्जा नहीं मिला है।

खरीदारों ने एचएसवीपी प्रशासक अनुपमा अंजली के सामने अपनी समस्या रखी। उन्होंने बताया कि बैंक से लोन लेकर प्लॉट खरीदने के कारण उन्हें हर महीने EMI भरनी पड़ रही है, जबकि प्लॉट पर निर्माण भी शुरू नहीं हो पा रहा है। यह स्थिति उनके लिए आर्थिक रूप से बहुत मुश्किल पैदा कर रही है।

एचएसवीपी प्रशासन ने खरीदारों को आश्वासन दिया है कि उनकी समस्या का जल्द से जल्द समाधान किया जाएगा। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि जमीन पर चल रहा किसानों का विरोध कब खत्म होगा और कब खरीदारों को उनके प्लॉटों पर कब्जा मिल पाएगा। यह मामला अब एचएसवीपी के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है। खरीदार उम्मीद कर रहे हैं कि प्रशासन जल्द ही कोई ठोस कदम उठाएगा ताकि उन्हें न्याय मिल सके।

अगला लेख

Storiesकी ताजा खबरें, ब्रेकिंग न्यूज, अनकही और सच्ची कहानियां, सिर्फ खबरें नहीं उसका विश्लेषण भी। इन सब की जानकारी, सबसे पहले और सबसे सटीक हिंदी में देश के सबसे लोकप्रिय, सबसे भरोसेमंद Hindi Newsडिजिटल प्लेटफ़ॉर्म नवभारत टाइम्स पर