मीनाक्षी व निखत पर रहेंगी नजरें

नवभारत टाइम्स
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ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक इनडोर स्टेडियम में वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप शुरू हो गई है। भारतीय मुक्केबाज निखत जरीन और मीनाक्षी पर सबकी निगाहें टिकी हैं। इस चैंपियनशिप में 10 पुरुष और 10 महिला भारतीय मुक्केबाज हिस्सा ले रहे हैं। दर्शकों के लिए प्रवेश निःशुल्क रखा गया है। यूपी सरकार प्रदेश में खेलों को बढ़ावा दे रही है।

world boxing championship eyes on nikhat zareen and meenakshi free entry for spectators
ग्रेटर नोएडा के शहीद विजय सिंह पथिक इनडोर स्टेडियम में वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप का आगाज हो गया है, जिसमें भारत के स्टार मुक्केबाजों पर सबकी निगाहें टिकी हैं। दो बार की गोल्ड मेडलिस्ट निखत जरीन , जो पिछली बार विश्व चैंपियनशिप पदक से चूक गई थीं, इस बार तीसरा विश्व खिताब जीतने के इरादे से उतरी हैं। उनका मुख्य लक्ष्य गोल्ड मेडल जीतकर अधिकतम रैंकिंग अंक हासिल करना है। निखत ने 2022 में इस्तांबुल और 2023 में नई दिल्ली में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीते थे। भारतीय मुक्केबाजी संघ के सचिव प्रमोद कुमार ने बताया कि भारतीय दल में 10 पुरुष और 10 महिला मुक्केबाज शामिल हैं। इस चैंपियनशिप में पूर्व विश्व चैंपियन निखत जरीन (51 किग्रा), मौजूदा विश्व चैंपियन जैस्मिन लम्बोरिया (57 किग्रा), विश्व चैंपियन मीनाक्षी (48 किग्रा), दो बार की एशियाई चैंपियन पूजा रानी (80 किग्रा), पूर्व विश्व चैंपियन स्वीटी बूरा (75 किग्रा) और विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता नूपुर श्योराण (80+ किग्रा) जैसे दिग्गज खिलाड़ी भी अपना दम दिखाएंगी। पुरुषों के दल में युवा और अनुभवी खिलाड़ियों का मिश्रण है, जिसका नेतृत्व हितेश (70 किग्रा) और अविनाश जामवाल (65 किग्रा) कर रहे हैं, जो इस सीजन के पहले विश्व बॉक्सिंग कप चरणों के पदक विजेता हैं। इस रोमांचक चैंपियनशिप में दर्शकों के लिए एंट्री बिल्कुल फ्री रखी गई है।

वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप का उद्घाटन समारोह भले ही भव्य रहा हो, लेकिन इसमें किसी बड़े राजनीतिक चेहरे की अनुपस्थिति खली। आयोजकों ने केंद्रीय खेल मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया को आमंत्रित किया था, लेकिन वे शामिल नहीं हो सके। किसी स्थानीय प्रतिनिधि की भी मौजूदगी नहीं दिखी। ऐसे में, यूपी के खेल निदेशक डॉ. आरपी सिंह, बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष अजय सिंह, वर्ल्ड बॉक्सिंग फेडरेशन और यूपी बॉक्सिंग एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने मिलकर चैंपियनशिप का उद्घाटन किया। पहले दिन 18 देशों के 160 से अधिक अंतरराष्ट्रीय पुरुष और महिला मुक्केबाजों ने रिंग में अपना जलवा बिखेरा। इसके बाद, विभिन्न आयु वर्गों और वजन श्रेणियों के अनुसार मुक्केबाजों के मुकाबले ड्रॉ के माध्यम से तय किए गए। अब आज से रिंग में रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे, और अच्छी बात यह है कि दर्शक बिना किसी शुल्क के इन मुकाबलों का आनंद ले सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में खेल को बढ़ावा देने के लिए सरकारें लगातार प्रयास कर रही हैं। यूपी के खेल निदेशक डॉ. आरपी सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि प्रदेश में बॉक्सिंग युवाओं के लिए एक बेहतरीन खेल साबित हो रहा है। उन्होंने कहा, "स्टेट और इंटरनैशनल स्तर पर बॉक्सर तैयार हो रहे हैं। यूपी खेल विभाग अन्य राज्यों की अपेक्षा खिलाड़ियों के हित में काम कर रहा है।" खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। ओलंपिक में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को सीधे राजपत्रित अधिकारी की नौकरी दी जा रही है। गोल्ड मेडल जीतने पर 6 करोड़, सिल्वर पर 4 करोड़ और ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर 2 करोड़ रुपये का इनाम दिया जाता है। इसके अलावा, प्रतियोगिता में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को भी आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है। क्रिकेट वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन करने वाली दीप्ति शर्मा को डीएसपी के पद पर नियुक्त किया गया है, जो खेल प्रतिभाओं के लिए एक बड़ा अवसर है। यूपी में खेल प्रतिभाओं के लिए वाकई बेहतर विकल्प मौजूद हैं।

शनिवार को महिला और पुरुष टीमों के खिलाड़ियों के लिए ड्रॉ निकाला गया। इस ड्रॉ के जरिए यह तय किया गया कि कौन सा खिलाड़ी किस आयु वर्ग में किसके साथ क्वार्टर फाइनल, सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले खेलेगा। पुरुष वर्ग में 65 किग्रा, 60 किग्रा, 85 किग्रा, 80 किग्रा, 50 किग्रा, 70 किग्रा, 75 किग्रा, 55 किग्रा, 90 किग्रा और 90 प्लस किग्रा के खिलाड़ियों के लिए ड्रॉ निकाला गया। हर दिन लगभग 10 मुकाबले खेले जाएंगे, जिससे दर्शकों को भरपूर एक्शन देखने को मिलेगा।

निखत जरीन, जो पहले भी दो बार विश्व चैंपियन रह चुकी हैं, इस बार अपना तीसरा विश्व खिताब जीतने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। उन्होंने 2022 में इस्तांबुल और 2023 में नई दिल्ली में हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर अपनी काबिलियत साबित की थी। इस बार उनका लक्ष्य सिर्फ गोल्ड मेडल जीतना नहीं, बल्कि अधिकतम रैंकिंग अंक हासिल करना भी है, जो उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। फ्लाईवेट और लाइट फ्लाईवेट कैटेगरी में प्रतिस्पर्धा करने वाली निखत का अनुभव और कौशल उन्हें इस चैंपियनशिप में एक मजबूत दावेदार बनाता है।

भारतीय दल में शामिल अन्य प्रमुख महिला मुक्केबाजों में मौजूदा विश्व चैंपियन जैस्मिन लम्बोरिया (57 किग्रा), विश्व चैंपियन मीनाक्षी (48 किग्रा), दो बार की एशियाई चैंपियन पूजा रानी (80 किग्रा), पूर्व विश्व चैंपियन स्वीटी बूरा (75 किग्रा) और विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता नूपुर श्योराण (80+ किग्रा) शामिल हैं। इन सभी खिलाड़ियों का अनुभव और पिछले प्रदर्शन उन्हें पदक का प्रबल दावेदार बनाते हैं।

पुरुषों के दल में युवा जोश और अनुभवी खिलाड़ियों का संगम देखने को मिलेगा। इस दल का नेतृत्व हितेश (70 किग्रा) और अविनाश जामवाल (65 किग्रा) कर रहे हैं। ये दोनों खिलाड़ी इस सीजन के पहले विश्व बॉक्सिंग कप चरणों में पदक जीत चुके हैं, जो उनके आत्मविश्वास को और बढ़ाता है। उनका नेतृत्व युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा और वे चैंपियनशिप में भारत के लिए पदक जीतने का प्रयास करेंगे।

चैंपियनशिप में कुल 18 देशों के 160 से अधिक अंतरराष्ट्रीय पुरुष और महिला मुक्केबाज भाग ले रहे हैं। यह प्रतियोगिता विभिन्न देशों के खिलाड़ियों को एक मंच पर लाती है, जिससे खेल भावना को बढ़ावा मिलता है और खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने का अनुभव मिलता है। पहले दिन के मुकाबलों के बाद, अब आगे के दिनों में और भी कड़े और रोमांचक मुकाबले देखने को मिलेंगे। दर्शकों के लिए फ्री एंट्री का मतलब है कि स्टेडियम में खेल प्रेमियों की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है, जो भारतीय मुक्केबाजों का हौसला बढ़ाएगी।

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