विद्यार्थियों ने सीखे पर्यावरण संरक्षण के गुर

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समाज कल्याण विभाग ने सोमवार को 'विद्यालय और पर्यावरण' विषय पर एक जागरूकता सत्र आयोजित किया। इसमें करीब चार हजार विद्यार्थियों ने भाग लिया। रिटायर्ड आईएएस डॉ. अनीता भटनागर जैन ने जल संरक्षण, वृक्षारोपण और प्लास्टिक के कम उपयोग जैसे विषयों पर जानकारी दी। समाज कल्याण निदेशक कुमार प्रशांत ने बच्चों को अच्छी आदतें विकसित करने के लिए प्रेरित किया।

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समाज कल्याण विभाग ने सोमवार को 'विद्यालय और पर्यावरण' विषय पर एक वर्चुअल जागरूकता सत्र का आयोजन किया। इस सत्र में सर्वोदय विद्यालयों के कक्षा 6 से 7 तक के करीब चार हजार विद्यार्थियों ने भाग लिया। इसका मुख्य उद्देश्य छात्रों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति समझ विकसित करना था। रिटायर्ड आईएएस डॉ. अनीता भटनागर जैन ने जल संरक्षण , वृक्षारोपण , स्वच्छता, प्लास्टिक का कम उपयोग और जलवायु परिवर्तन जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर सरल भाषा में जानकारी दी। उन्होंने बच्चों को दैनिक जीवन में अपनाई जा सकने वाली पर्यावरण-अनुकूल आदतें भी बताईं। समाज कल्याण निदेशक कुमार प्रशांत ने बच्चों को अच्छी आदतें अपनाने और समाज व देश की सेवा के लिए प्रेरित किया। विभाग ने बताया कि ऐसे कई और सत्र आयोजित किए जाएंगे, जिनमें दूसरा सत्र दिसंबर के अंतिम सप्ताह में प्रस्तावित है।

यह पहला वर्चुअल सत्र था, जो पर्यावरण और सस्टेनेबल जीवन शैली पर आयोजित सत्रों की शृंखला का हिस्सा था। डॉ. अनीता भटनागर जैन ने बच्चों को समझाया कि कैसे वे छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर पर्यावरण को बचा सकते हैं। उन्होंने उदाहरण देकर बताया कि कैसे प्लास्टिक का कम इस्तेमाल करने से हमारे ग्रह को फायदा होगा।
समाज कल्याण निदेशक कुमार प्रशांत ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा कि अच्छी आदतें सिर्फ उनके लिए ही नहीं, बल्कि पूरे समाज और देश के लिए फायदेमंद होती हैं। उन्होंने छात्रों को प्रोत्साहित किया कि वे पर्यावरण की रक्षा में अपना योगदान दें। विभाग की योजना है कि भविष्य में भी ऐसे कई सत्र आयोजित किए जाएं ताकि ज्यादा से ज्यादा बच्चे पर्यावरण के महत्व को समझ सकें। दिसंबर के आखिरी हफ्ते में अगले सत्र की तैयारी चल रही है।

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