Three Arrested For Buying Mobile Online With Fake Notes Big Action By Ahmedabad Police
नकली नोटों से ऑनलाइन मोबाइल खरीदने वाले तीन गिरफ्तार, अहमदाबाद पुलिस की बड़ी कार्रवाई
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अहमदाबाद पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग ऑनलाइन मोबाइल खरीदने के लिए नकली नोटों का इस्तेमाल कर रहे थे। पुलिस ने इनके पास से 500 रुपये के 166 नकली नोट बरामद किए हैं। ये आरोपी ओएलएक्स जैसे प्लेटफॉर्म पर धोखाधड़ी कर रहे थे। नकली नोट कोलकाता से सप्लाई किए गए थे, जिसके दो साथी फरार हैं।
अहमदाबाद: सैटेलाइट पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इन पर ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से मोबाइल खरीदने के लिए नकली नोटों का इस्तेमाल करने का आरोप है। पुलिस इंस्पेक्टर वी जे चौधरी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान देवांश पटेल, वैभव पटेल और सचिन कुमार के तौर पर हुई है। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर पुलिस ने इन्हें रंगे हाथों पकड़ा।
पुलिस के मुताबिक, इन तीनों के पास से 500 रुपये के 166 नकली नोट मिले। ये लोग इन नकली नोटों से धोखाधड़ी करने की फिराक में थे। सैटेलाइट पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार, पुलिस को "नकली करेंसी रखने वाले व्यक्तियों के बारे में सिल्वर सेंट्रो कार में" होने की पक्की खबर मिली थी। जब पुलिस ने कार को रोका, तो उन्हें नकली नोटों के साथ-साथ इन नोटों से खरीदे गए मोबाइल फोन भी मिले।शिकायत में बताया गया है कि ये आरोपी OLX जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर मोबाइल खरीदते थे। वे असली नोटों के साथ नकली नोट मिलाकर बेचैने वालों को धोखा देते थे। पुलिस ने एफआईआर में कहा है कि "नकली नोटों पर एक जैसे सीरियल नंबर थे, जो भारतीय रिजर्व बैंक के दिशानिर्देशों का साफ उल्लंघन है।"
जांच में पता चला कि ये नकली नोट कोलकाता के रहने वाले अभिषेक गौरव और अरुण कुमार पांडे नाम के साथियों ने सप्लाई किए थे। ये दोनों अभी फरार हैं। पुलिस ने बताया कि "आरोपियों ने माना कि उन्होंने अपने साथियों से नकली करेंसी नोट प्राप्त किए और ऑनलाइन खरीदारी के लिए उनका इस्तेमाल किया।" इस कार्रवाई में कई मोबाइल फोन भी जब्त किए गए। शिकायत के अनुसार, जब पुलिस ने गाड़ी की जांच की तो पता चला कि पुलिस को धोखा देने के लिए गाड़ी की नंबर प्लेट भी बदली गई थी।
आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता (BNS) की धारा 179 (जाली या नकली सिक्कों, सरकारी मुहरों, करेंसी नोटों या बैंक नोटों को असली के रूप में इस्तेमाल करना), 180 (जाली या नकली सिक्कों, सरकारी मुहरों, करेंसी नोटों या बैंक नोटों का कब्ज़ा रखना), 336(2) (जालसाजी), 336(3) (जालसाजी), 340(2) (जाली दस्तावेज़ या इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड और उसे असली के रूप में इस्तेमाल करना), और 61 (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस बाकी साथियों को पकड़ने और नकली नोटों के स्रोत का पता लगाने के लिए आगे की जांच कर रही है।
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