पथिक स्पोर्ट्स स्टेडियम को विकसित करने के दावे फेल

नवभारत टाइम्स
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शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में सुविधाओं को बेहतर बनाने के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। करोड़ों की लागत से बने इस स्टेडियम में खेल सुविधाओं को दुरुस्त करने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट जारी किया गया है। इसके बावजूद जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं हो रहा है।

pathik sports stadium development in limbo lack of facilities despite crores in claims
ग्रेनो के शहीद विजय सिंह पथिक स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में करोड़ों रुपये खर्च होने के बावजूद खेल सुविधाओं को बेहतर बनाने के दावे फेल साबित हो रहे हैं। ग्रेनो प्राधिकरण ने ओलंपिक स्टेडियम जैसी सुविधाएं शुरू करने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) जारी किया है, लेकिन जमीनी स्तर पर कोई काम होता नहीं दिख रहा है। सुविधाओं के तैयार होने के बावजूद उन्हें ताले में बंद रखा जा रहा है। इस वजह से 2016 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों का आयोजन भी नहीं हो पाया। पिछले साल क्रिकेट स्टेडियम की पिच और मैदान को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाया गया था, लेकिन बारिश के दौरान पानी निकासी की व्यवस्था न होने के कारण न्यूजीलैंड और अफगानिस्तान के बीच 2024 में हुआ टेस्ट मैच किरकिरी का कारण बना।

प्राधिकरण ने स्टेडियम को विश्व स्तर का बनाने और खिलाड़ियों को ओलंपिक, एशियन गेम्स और कॉमनवेल्थ जैसी प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करने की घोषणा की थी। जुलाई में कंपनी का चयन कर अगस्त से स्टेडियम का कायाकल्प शुरू करने की बात कही गई थी। 2023 में इसे सेंटर फॉर एक्सिलेंस के तर्ज पर विकसित करने का निर्णय लिया गया था। इसके तहत खेल परिसर को खेल उत्कृष्टता केंद्र में बदलने और लंबी अवधि के लिए एक कंपनी को इसके संचालन, रखरखाव और प्रबंधन की जिम्मेदारी सौंपने का फैसला हुआ था। लेकिन, इन योजनाओं पर अमल होता नजर नहीं आ रहा है।
यह स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स खिलाड़ियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं देने के वादे के साथ बनाया गया था। इसका मकसद खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के लिए तैयार करना था। लेकिन, सुविधाओं के अभाव और कुप्रबंधन के कारण यह अपने उद्देश्य को पूरा नहीं कर पा रहा है। क्रिकेट स्टेडियम की पिच को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाने के बावजूद, पानी निकासी की समस्या ने एक बार फिर ग्रेनो प्राधिकरण की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

ग्रेनो प्राधिकरण ने खेल परिसर को एक खेल उत्कृष्टता केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना बनाई थी। इसके लिए निजी क्षेत्र की मदद लेने का भी निर्णय लिया गया था। लेकिन, इन योजनाओं के क्रियान्वयन में देरी हो रही है। खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं मिलें और वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश का नाम रोशन करें, इसके लिए इस कॉम्प्लेक्स को जल्द से जल्द सक्रिय करने की आवश्यकता है।

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